जब से धूप गई आँगन से
○जब से धूप गई आँगन से
...............................
○जब से धूप गयी आँगन से,
अच्छा नहीं लगता
○सावन चाहे जितना बौराए
अच्छा नहीं लगता
○मैं तो खुद ही टूट कर
○ टुकड़ों में बिखर चुका हूं
○फिर उन्ही टुकड़ों को चुनना
○ अच्छा नहीं लगता
○
○. ख़ुशबू निकल कर फूलों से
कहां गयी कोई न जाना
हवाओं में उसे तलाशना
अच्छा नहीं लगता
○कोई सुनाए ना मुझे
○इशक और मोहब्बत के...
...............................
○जब से धूप गयी आँगन से,
अच्छा नहीं लगता
○सावन चाहे जितना बौराए
अच्छा नहीं लगता
○मैं तो खुद ही टूट कर
○ टुकड़ों में बिखर चुका हूं
○फिर उन्ही टुकड़ों को चुनना
○ अच्छा नहीं लगता
○
○. ख़ुशबू निकल कर फूलों से
कहां गयी कोई न जाना
हवाओं में उसे तलाशना
अच्छा नहीं लगता
○कोई सुनाए ना मुझे
○इशक और मोहब्बत के...