एक दोस्त हुआ करती थी
एक दोस्त हुआ करती थी, बड़ी अजीज बहुत गहरी,,
पर ना जाने कब क्या गलत हुआ,
और दोस्त मेरा मुझसे खफा हुआ,,,
जान निसार करती थी मैं जिस पर, उसने ही संदेह किया मुझ पर,,,
हां एक दोस्त हुआ करती थी,,,,
दोस्ती टूटने का दर्द कैसा होता है, ये...
पर ना जाने कब क्या गलत हुआ,
और दोस्त मेरा मुझसे खफा हुआ,,,
जान निसार करती थी मैं जिस पर, उसने ही संदेह किया मुझ पर,,,
हां एक दोस्त हुआ करती थी,,,,
दोस्ती टूटने का दर्द कैसा होता है, ये...