अधूरा संगम
मिलाकर हाथ छोड़ दिया क्यूँ साथ !
संगम रहा अधूरा लगा दिल पे आघात !!
लालसा की प्रतिध्वनि उद्वेलित करती है ,
हो रही मलीन नित ,मुख की आभा अवदात !!
ऑंखों...
संगम रहा अधूरा लगा दिल पे आघात !!
लालसा की प्रतिध्वनि उद्वेलित करती है ,
हो रही मलीन नित ,मुख की आभा अवदात !!
ऑंखों...