हाँ! देखा है मैंने.......
ज़िंदगी को बहुत करीब से देखा है मैंने
किसीको तन्हा तो किसीको उदास देखा है मैंने..!
खुशियाँ बसती थी जिन मिट्टी के घरों में अक्सर
अब उन घरों के दीवारों पर दरारें देखा है मैंने..!
लक्कड के दरवाजे से ज्यादा मजबूत थे रिश्ते जिनके
अब उन रिश्तों पर दीमक का बसेरा देखा है...
किसीको तन्हा तो किसीको उदास देखा है मैंने..!
खुशियाँ बसती थी जिन मिट्टी के घरों में अक्सर
अब उन घरों के दीवारों पर दरारें देखा है मैंने..!
लक्कड के दरवाजे से ज्यादा मजबूत थे रिश्ते जिनके
अब उन रिश्तों पर दीमक का बसेरा देखा है...