वो लड़की
थी ऊपर वाले की मर्जी या यू हीं मुलाक़ात हुई,
हमें आज भी याद है जब उनसे पहली बात हुई
बोलती थी वो ज्यादे तब पर मुझको बड़ा हीं भाता था,
समझ ना आती थी बाते पर मजा बहुत हीं आता था
एक अलग हीं मजा था उसकी उन सब बातो में
कभी बैठ बाते करते कभी घूमते थे रातो में,
रातो में वो पगली लड़की मुझको बड़ी चिढ़ाती थी...
हमें आज भी याद है जब उनसे पहली बात हुई
बोलती थी वो ज्यादे तब पर मुझको बड़ा हीं भाता था,
समझ ना आती थी बाते पर मजा बहुत हीं आता था
एक अलग हीं मजा था उसकी उन सब बातो में
कभी बैठ बाते करते कभी घूमते थे रातो में,
रातो में वो पगली लड़की मुझको बड़ी चिढ़ाती थी...