“मेरी नानी”
ज़माने भर की तकलीफें समेटे मुस्कुराती थी
मेरी मां मुझको अब भी वो,कहानी इक सुनाती है
वो शहज़ादी जो...
मेरी मां मुझको अब भी वो,कहानी इक सुनाती है
वो शहज़ादी जो...