सॅंवर जाएगी तेरी ज़िंदगी
माँ बाप के चरणों को छूकर देख
जीवन सॅंवर जाएगा तेरा
माँ बाप को सम्मान देकर देख
हे दुष्ट! पाप का घड़ा पावन हो जाएगा तेरा
माँ की ममता को महसूस करके देख
जिंदगी सॅंवर जाएगी तेरी
माँ की गोद में खेलता था तू
उसे याद करके देख
याद कर अपनी उस नादान जिंदगी को
जब तेरी माँ तुझे
नहलाती थी, खिलाती थी
अरे याद कर.....
अरे याद कर उस लम्हे को
जब तेरी माँ तुझे दूध पिलाती थी और
हर पल सपने देखा करती थी
एक दिन मेरा बेटा राजा बनेगा
कहाँ गया माँ का वो लाड दुलार
भूल गया क्या
वाह तुच्छ वाह
क्या यही करने के लिए तुम्हारे माँ बाप ने तुझे पाला है
क्या यही करने के लिए
तुझे अपनी गोदी में खिलाया था
आज तू अपने माँ बाप से अलग होकर
कैसा जीवन जी रहा है तू
तुझे नींद कैसे आ जाती है
वाह रे वाह!
तू अपने माँ बाप को छोड़कर मजे ले रहा है
और दुष्टों के साथ गलत व्यवहार बड़ी जल्दी सीख गया
एक बार उस दामन को याद कर
जब तेरी माँ तुझे गोदी में सुलाया करती थी और तुझे नींद नहीं आती थी
तब लोरियां सुनाकर तुझे सुलाती थी
वाह रे वाह जिंदगी तेरी
तो जान तू कैसे जी रहा है
माँ बाप को कष्ट देकर
हे दुष्ट ये छोटी कवियत्री फिर से एक बार कहती है
जा जाकर अपने माँ बाप के चरणों को पकड़ ले और क्षमा मांग ले
सॅंवर जाएगी तेरी ज़िंदगी
हाँ! सॅंवर जाएगी तेरी ज़िंदगी!
© Neha
जीवन सॅंवर जाएगा तेरा
माँ बाप को सम्मान देकर देख
हे दुष्ट! पाप का घड़ा पावन हो जाएगा तेरा
माँ की ममता को महसूस करके देख
जिंदगी सॅंवर जाएगी तेरी
माँ की गोद में खेलता था तू
उसे याद करके देख
याद कर अपनी उस नादान जिंदगी को
जब तेरी माँ तुझे
नहलाती थी, खिलाती थी
अरे याद कर.....
अरे याद कर उस लम्हे को
जब तेरी माँ तुझे दूध पिलाती थी और
हर पल सपने देखा करती थी
एक दिन मेरा बेटा राजा बनेगा
कहाँ गया माँ का वो लाड दुलार
भूल गया क्या
वाह तुच्छ वाह
क्या यही करने के लिए तुम्हारे माँ बाप ने तुझे पाला है
क्या यही करने के लिए
तुझे अपनी गोदी में खिलाया था
आज तू अपने माँ बाप से अलग होकर
कैसा जीवन जी रहा है तू
तुझे नींद कैसे आ जाती है
वाह रे वाह!
तू अपने माँ बाप को छोड़कर मजे ले रहा है
और दुष्टों के साथ गलत व्यवहार बड़ी जल्दी सीख गया
एक बार उस दामन को याद कर
जब तेरी माँ तुझे गोदी में सुलाया करती थी और तुझे नींद नहीं आती थी
तब लोरियां सुनाकर तुझे सुलाती थी
वाह रे वाह जिंदगी तेरी
तो जान तू कैसे जी रहा है
माँ बाप को कष्ट देकर
हे दुष्ट ये छोटी कवियत्री फिर से एक बार कहती है
जा जाकर अपने माँ बाप के चरणों को पकड़ ले और क्षमा मांग ले
सॅंवर जाएगी तेरी ज़िंदगी
हाँ! सॅंवर जाएगी तेरी ज़िंदगी!
© Neha