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जीना चाहती हूं / Jeena chahti hu
पंख छिल रहे पर उड़ना चाहती हूं !
पैरों में पड़ गए छाले पर चलना चाहती हूं !!
बंदिशे बहुत जमाने की पर तोड़ना चाहती हूं!
आंखे हो रही नम पर सपने देखना चाहती हूं !!
मुस्कान दब रही पर खिलखिलाना चाहती हूं !
अरमान बिखर रहे पर समेटना चाहती हूं !!
अड़चनें बहुत है पर पार करना चाहती हूं!
सांसे मद्धम हो रही पर जीना चाहती हूं !!
© Pearl
पैरों में पड़ गए छाले पर चलना चाहती हूं !!
बंदिशे बहुत जमाने की पर तोड़ना चाहती हूं!
आंखे हो रही नम पर सपने देखना चाहती हूं !!
मुस्कान दब रही पर खिलखिलाना चाहती हूं !
अरमान बिखर रहे पर समेटना चाहती हूं !!
अड़चनें बहुत है पर पार करना चाहती हूं!
सांसे मद्धम हो रही पर जीना चाहती हूं !!
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