मोहब्बत तेरी
मोहब्बत कहु तुझे या कहु मोहब्बत का फ़साना
आये मेरी दुनिया मे ज़ब तबसे ज़िन्दगी को जाना
तुझे चाहतोकी मंजिल कहु या फिर कहु मेरी दुआ
बीन रिस्तो के भी रूह का नाता जो तुझसे हुआ
तेरी दुनिया अलग तेरे हर रास्ते है मुझसे जुदा
पर मेरे मन मंदिर मे बसने वाला तूही मेरा खुदा
बीन तेरे हर सास अधूरी सासो की जरूरत कहु
या तेरे एहसासो की दुनिया को खूबसूरत कहु
आलम क्या कहु तुझसे तुझे किस तरह...
आये मेरी दुनिया मे ज़ब तबसे ज़िन्दगी को जाना
तुझे चाहतोकी मंजिल कहु या फिर कहु मेरी दुआ
बीन रिस्तो के भी रूह का नाता जो तुझसे हुआ
तेरी दुनिया अलग तेरे हर रास्ते है मुझसे जुदा
पर मेरे मन मंदिर मे बसने वाला तूही मेरा खुदा
बीन तेरे हर सास अधूरी सासो की जरूरत कहु
या तेरे एहसासो की दुनिया को खूबसूरत कहु
आलम क्या कहु तुझसे तुझे किस तरह...