...

7 views

मोहब्बत तेरी
मोहब्बत कहु तुझे या कहु मोहब्बत का फ़साना
आये मेरी दुनिया मे ज़ब तबसे ज़िन्दगी को जाना

तुझे चाहतोकी मंजिल कहु या फिर कहु मेरी दुआ
बीन रिस्तो के भी रूह का नाता जो तुझसे हुआ


तेरी दुनिया अलग तेरे हर रास्ते है मुझसे जुदा
पर मेरे मन मंदिर मे बसने वाला तूही मेरा खुदा

बीन तेरे हर सास अधूरी सासो की जरूरत कहु
या तेरे एहसासो की दुनिया को खूबसूरत कहु

आलम क्या कहु तुझसे तुझे किस तरह समझाये
आँखे खोलू या बंद करू हर जगह तू ही नजर आये

जो भी जैसे भी हो हर हाल मे तू ही भाये
दर्द मे भी मुस्कुरा दे ज़ब ख्याल तेरा आये

दूरियों के दरम्या भी ये एहसास है की तू पास है
दर्द भरी दुनिया मे खुश रहने की तूही तो आस है

तू दिल तू जान तू बेपनाह मोहब्बत की पहचान है
खुद से जो तूने मुझे मिलाया ये तेरा एहसान है

तुझे ओढने को पहनने को तुझे सवरनेको दिल करता है
तू सुबह तूसाम हर पल का एहसास तुझसे चलता है

तू ऐसी जिद्द है जिसे पूरा किये भी रह लेगे
तू साथ है तो हर दर्द मुस्कुरा के सह लेगे

मेरा गुरुर हैतू मेरी हिम्मत तू तूमेरा नाज़ है
बेवजह मुस्कुरादे तुझे सोचके तू ऎसा राज है