हृदय के द्वार
छोड़ अपना आंगन
जो उनके द्वारे जाऊंगी
जिम्मेदारियों का ये रिश्ता
जाने कैसे निभाऊंगी
बाबा के लाड में पली
भाई बहनों के संसार में पली
आखिर नई दुनियां कैसे बसाऊंगी
छूट जाएगा पल भर में
सब अपनो का दामन
जब घर आएंगे मन भावन
कहती है सब...
जो उनके द्वारे जाऊंगी
जिम्मेदारियों का ये रिश्ता
जाने कैसे निभाऊंगी
बाबा के लाड में पली
भाई बहनों के संसार में पली
आखिर नई दुनियां कैसे बसाऊंगी
छूट जाएगा पल भर में
सब अपनो का दामन
जब घर आएंगे मन भावन
कहती है सब...