गलतफहमी
होता है,
बहुत कटु अनुभव,
जब समझ न पाए,
कोई हमारी बात।
मन के भाव,
रह जाते दब के,
जब अपने भी न देते साथ।
उनका भला हो,
यह मंशा थी हमारी,
पर राहू केतू थे,
बैठे कुंडली में,
जिन्होने बनती बात...
बहुत कटु अनुभव,
जब समझ न पाए,
कोई हमारी बात।
मन के भाव,
रह जाते दब के,
जब अपने भी न देते साथ।
उनका भला हो,
यह मंशा थी हमारी,
पर राहू केतू थे,
बैठे कुंडली में,
जिन्होने बनती बात...