मजदूर
मजदूर
राहत कार्य में भी साथ निभाते
होता न उनके बिन निर्माण
हर इमारत में सहयोग है जिनका, उनकी कर्मठता को मेरा सलाम।।
इत्र-तत्र सर्वत्र मिलते
उनकी काम ही बने पहचान
सेवा को अपना धर्म मानते, मजदूरी करना उनका काम।।
राह पथ पर सो जाते है वो
कभी रैन बसेरा भी आता काम
मजदूर चौराहे पर संगठित होते, जहां मिल जाएं कुछ काम।।
भूखा-प्यासा भी सोना पड़ता
जिस दिन मिलता नही कोई काम
रोज खाना-कमाना पड़ता उनको, बस इसी का रखते ध्यान।।
पहाड़ चीर जो सुरंग बनाते
निर्माण कार्यों में भी करते काम
खेत की मज़दूरी भी दिन-रात है करते, करना...
राहत कार्य में भी साथ निभाते
होता न उनके बिन निर्माण
हर इमारत में सहयोग है जिनका, उनकी कर्मठता को मेरा सलाम।।
इत्र-तत्र सर्वत्र मिलते
उनकी काम ही बने पहचान
सेवा को अपना धर्म मानते, मजदूरी करना उनका काम।।
राह पथ पर सो जाते है वो
कभी रैन बसेरा भी आता काम
मजदूर चौराहे पर संगठित होते, जहां मिल जाएं कुछ काम।।
भूखा-प्यासा भी सोना पड़ता
जिस दिन मिलता नही कोई काम
रोज खाना-कमाना पड़ता उनको, बस इसी का रखते ध्यान।।
पहाड़ चीर जो सुरंग बनाते
निर्माण कार्यों में भी करते काम
खेत की मज़दूरी भी दिन-रात है करते, करना...