क्या यही फ़र्ज था,मुहब्बत का बस दुआ करना,
क्या यही फ़र्ज था,मुहब्बत का बस दुआ करना,
नहीं ना, वादा हुआ था,,
ज़िन्दगी में ना सही,ख़्वाब में रोज़ मिला करना!!
सुनो,
ये...
नहीं ना, वादा हुआ था,,
ज़िन्दगी में ना सही,ख़्वाब में रोज़ मिला करना!!
सुनो,
ये...