ग़ज़ल
ग़ज़ल
आ जा कि तुझे एक नया गीत , सुनाऊँ मैं,
आ प्रेम के साज़ पर नया संगीत,सुनाऊँ मैं
दिल के टूटे तारों पर जो मचल रहा है, वो
सुन लिया, या कोई नया राग , बजाऊँ मैं
बुलबुल तो क़ैद है सय्याद के क़फ़स में
उसकी आज़ादी का नया...
आ जा कि तुझे एक नया गीत , सुनाऊँ मैं,
आ प्रेम के साज़ पर नया संगीत,सुनाऊँ मैं
दिल के टूटे तारों पर जो मचल रहा है, वो
सुन लिया, या कोई नया राग , बजाऊँ मैं
बुलबुल तो क़ैद है सय्याद के क़फ़स में
उसकी आज़ादी का नया...