जमाना
जमाने भर का गम लिए घूम रहा हु
नींदों की थैलियां लिए घूम रहा हु
फुरसते बहुत है मेरे पास
रातों मैं अक्सर अपने दर्दो को संजोए रहा हु
पूछा किसी ने हाथ पकड़ के मेरा...
नींदों की थैलियां लिए घूम रहा हु
फुरसते बहुत है मेरे पास
रातों मैं अक्सर अपने दर्दो को संजोए रहा हु
पूछा किसी ने हाथ पकड़ के मेरा...