...

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मेरी दुआ , मेरी मन्नत हो
एक अर्से से अर्ज़ी दे रखी है की तुम मेरे हक में आ जाते
खता तुम्हारी , अदालतें तुम्हारी तब फ़ैसला मेरे हक में कैसे आ जाते।

कातिल ये निगाहे उसकी , मेरे दिल में खंजर जैसी लगती है
और वो बेखबर पूछते है अब ठीक हो या किसी हकीम की जरूरत लगती है।

मुझे अपनी बाहों का सहारा दे दो , अगर हो सके तो उनमें मुझे पनाह दे दो
बहुत अकेले रहे इस इस दुनिया में , मुझे अपना बना कर प्यार बेपनाह दे दो।

ना जाने कितने मंदिर कितने दरगाह पर मैंने तुम्हारे लिए मन्नत मांगी है
तुम्हारे प्यार को पाने के लिए मैंने ना जाने कितनी तबीज़े बांध रखी है।

फुर्सत के कुछ पल निकाल कर , दो पल मेरे पहलू में तुम ज़रा बैठो तो सही
कुछ बातें करनी है दिल की तुमसे , जो अब तक मैने किसी से कही नही

मुझसे मेरा सब कुछ जुदा कर दो , तुममें जो प्यार है थोड़ा सा मेरे नाम कर दो
सुना है तुममें प्यार , बस प्यार ही भरा है
मुझे भी अपना प्यार दे दो बस इतना सा ही काम कर दो।

#Shalugupta❤️
#Sanam#Pyar#Dil#zazbaat#Janeman
#Ishq#Mohbbat#Writco











© shalu Gupta