लेकिन आज भी वही पर खड़ा हूं मैं....🥺।
उम्र नाज़ुक पड़ाव पर थी ही,
कि इश्क़ में गिर गया मैं।
अभी जरा संभला ही था,
कि दुनियादारी से घिर गया मैं।
ये दुनियादारी सीखने की चाहत में,
रिश्ते निभाना ही भूल गया मैं।
अब लगा कि गलती की है,
तो...
कि इश्क़ में गिर गया मैं।
अभी जरा संभला ही था,
कि दुनियादारी से घिर गया मैं।
ये दुनियादारी सीखने की चाहत में,
रिश्ते निभाना ही भूल गया मैं।
अब लगा कि गलती की है,
तो...