नींद
छूटने लगे हैं सब दिल् से जुड़ने वाले
दोस्त-इश्क़ और तो बुराई करने वाले
अब कितना और करेगा तन्हा
मुझे अब तो नींद ही दे, ओ रात बनाने वाले
अगर तू खुदा है, तो अब समझ भी जा
अब से हम कोई जख्म, तुमको नहीं दिखाने वाले
© wingedwriter
दोस्त-इश्क़ और तो बुराई करने वाले
अब कितना और करेगा तन्हा
मुझे अब तो नींद ही दे, ओ रात बनाने वाले
अगर तू खुदा है, तो अब समझ भी जा
अब से हम कोई जख्म, तुमको नहीं दिखाने वाले
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