3 views
ख्वाहिशें
चांद को दागदार कहने वाले भी
हर रोज चांद की ख्वाहिश करते है
डूब जाएगा एक दिन अंधेरे में सब कुछ
ये जानकर भी चांदनी से प्यार करते हैं
ये इंसा है क्या बस ख्वाहिशों का मारा है
जमी पर रह कर भी सितारों की बात करते हैं
बेशुमार कांटे चुनने पड़ते हैं, राहों में फूल बिछाने को
और लोग पांव के लहू को बनावटी रंगत समझते हैं
जख्म हमारा दिखता नहीं जमाने को
लोग मरहम को भी नमक सा रखते हैं
भूलकर जमाने के हर तंज, हर फिकरों को
लहरों पर भी हम रेत का घर बनाने का दम रखते हैं.
✍️✍️✍️✍️© Ranjana Shrivastava
#ranjanashrivastava#Writco#poetry #quote
#Dipakshankerjorwal #thepoetichouse
#tikhar#शब्दहारहिंदीमंच#Kmuniti#हिंदीमंडली
Writcoranj4371
© Ranjana Shrivastava
हर रोज चांद की ख्वाहिश करते है
डूब जाएगा एक दिन अंधेरे में सब कुछ
ये जानकर भी चांदनी से प्यार करते हैं
ये इंसा है क्या बस ख्वाहिशों का मारा है
जमी पर रह कर भी सितारों की बात करते हैं
बेशुमार कांटे चुनने पड़ते हैं, राहों में फूल बिछाने को
और लोग पांव के लहू को बनावटी रंगत समझते हैं
जख्म हमारा दिखता नहीं जमाने को
लोग मरहम को भी नमक सा रखते हैं
भूलकर जमाने के हर तंज, हर फिकरों को
लहरों पर भी हम रेत का घर बनाने का दम रखते हैं.
✍️✍️✍️✍️© Ranjana Shrivastava
#ranjanashrivastava#Writco#poetry #quote
#Dipakshankerjorwal #thepoetichouse
#tikhar#शब्दहारहिंदीमंच#Kmuniti#हिंदीमंडली
Writcoranj4371
© Ranjana Shrivastava
Related Stories
31 Likes
3
Comments
31 Likes
3
Comments