जय माता रानी
वो आती हैं रूप नौ लेकर
जाती हैं सीख हमें देकर
डरना नहीं निडर बन
सहना नहीं सबल बन
नारी तू अबला नहीं
ठान ले जो एक बार
खुल जाए हर रास्ता
खुल जाए हर इक द्वार
अडिग अटल संस्कारों पर चल
बहती है जैसी नदिया कल कल
स्वयं को नीचा ना समझ...
जाती हैं सीख हमें देकर
डरना नहीं निडर बन
सहना नहीं सबल बन
नारी तू अबला नहीं
ठान ले जो एक बार
खुल जाए हर रास्ता
खुल जाए हर इक द्वार
अडिग अटल संस्कारों पर चल
बहती है जैसी नदिया कल कल
स्वयं को नीचा ना समझ...