हां- वो औरत है...
अपनों को जिताने की खातिर
वो खुद ही हार जाती है
वो औरत है- जो वक्त पड़े तो अपनों से धोखा खाती है
हर नजर का तोल पता उसको
हर शज़र में जलना आता है
वो औरत है - जिसको बिना वजह हर बार ही...
वो खुद ही हार जाती है
वो औरत है- जो वक्त पड़े तो अपनों से धोखा खाती है
हर नजर का तोल पता उसको
हर शज़र में जलना आता है
वो औरत है - जिसको बिना वजह हर बार ही...