अंधकार में आधार
जिंदगी उस तवायफ़ सी हो गयी
कोई बोल कर ले रहा है
तो कोई खोल कर
सौदा और बोली का बाजार सा लगता है
जिंदगी भी अब व्यापार सा लगता है
अब साली अकेलेपन की...
कोई बोल कर ले रहा है
तो कोई खोल कर
सौदा और बोली का बाजार सा लगता है
जिंदगी भी अब व्यापार सा लगता है
अब साली अकेलेपन की...