आप से
धड़कना सिखा ये दिल ने आप से ,
था यू ही गुमसुम अपने आप में ,
ख्वाब पूरे भी होते हैं जाना ये आप से ,
कोई खुद से ज्यादा चाह सके किसी को ,
सुना ना था हमने कभी भी पहले सच में ,
नफ़रत भरी दुनिया में , था कोई आप सा ,
जाना ये पहली बार आपको देखकर हम ने ।
आशिक़ी निभाऊंगा , चांद तारे तोड़ लाऊंगा ,
कदमों में सारे जहान को मोर लाऊंगा ,
बोलने वाले तो बहुत सुने थे ,
कोई कर जाए ऐसा , बिन कहे ,
सपनों में भी महसूस किया ना था कभी हम ने ।
आपको पाना खुदा की रहमत हैं हम पे ,
अब जितना...
था यू ही गुमसुम अपने आप में ,
ख्वाब पूरे भी होते हैं जाना ये आप से ,
कोई खुद से ज्यादा चाह सके किसी को ,
सुना ना था हमने कभी भी पहले सच में ,
नफ़रत भरी दुनिया में , था कोई आप सा ,
जाना ये पहली बार आपको देखकर हम ने ।
आशिक़ी निभाऊंगा , चांद तारे तोड़ लाऊंगा ,
कदमों में सारे जहान को मोर लाऊंगा ,
बोलने वाले तो बहुत सुने थे ,
कोई कर जाए ऐसा , बिन कहे ,
सपनों में भी महसूस किया ना था कभी हम ने ।
आपको पाना खुदा की रहमत हैं हम पे ,
अब जितना...