शर्मीली निगाहें
तुम्हारी निगाहें लिख रही..
इश्क के नगमें मोहब्बत के पन्नों पर..
पढ़ रही अल्फाज़ जिंदगी के..
अरमानों के सुनहरी कागज पर..
थम गई कलम मेरी,
वो खूबसूरत पहेली को लेकर..
सुलझा...
इश्क के नगमें मोहब्बत के पन्नों पर..
पढ़ रही अल्फाज़ जिंदगी के..
अरमानों के सुनहरी कागज पर..
थम गई कलम मेरी,
वो खूबसूरत पहेली को लेकर..
सुलझा...