हे!जीवन तो मत मचल
हे जीवन तो मत मचल, एक यात्रा है सुख-दुःख की,
रात के अंधेरे से, सवेरे की किरण तक की।
सिर्फ ना देख अंधकार, रौशनी की ओर बढ़,
बदले...
रात के अंधेरे से, सवेरे की किरण तक की।
सिर्फ ना देख अंधकार, रौशनी की ओर बढ़,
बदले...