सांझ
सांझ को फ़िर निमंत्रण मिला है
दोपहर कल के लिए निकला है
अब उठो तुम है इंतजार किसका है ।
गोधूलि के दर्पण में सवांरो खुद को
रात में विचारों के सफर पर भी तो निकलना है।...
दोपहर कल के लिए निकला है
अब उठो तुम है इंतजार किसका है ।
गोधूलि के दर्पण में सवांरो खुद को
रात में विचारों के सफर पर भी तो निकलना है।...