कहानी रही...
ज़िंदगी की अधूरी कहानी रही ,
जिसमें खुशियां भी तो मनमानी रही...
इक वहम था जो लगता था अपने हैं सब ,
जब ये समझा तो दुनिया बेगानी रही...
© Jaya Tripathi
जिसमें खुशियां भी तो मनमानी रही...
इक वहम था जो लगता था अपने हैं सब ,
जब ये समझा तो दुनिया बेगानी रही...
© Jaya Tripathi