सन्नाटा
ये सन्नाटा अब अच्छा लगने लगा है,
हर तरफ बिखरे उस शोर से सच्चा लगने लगा है,
ये सन्नाटा अब अच्छा लगने लगा है।
दवा भी नहीं कोई, न किसी का सहारा है,
यही एक रास्ता है अब,
जो जिंदगी को प्यारा है।
मंजर मौत का एक ऐसा आया है,
गुनाह इंसानो का जिसने इंसानो को ही...
हर तरफ बिखरे उस शोर से सच्चा लगने लगा है,
ये सन्नाटा अब अच्छा लगने लगा है।
दवा भी नहीं कोई, न किसी का सहारा है,
यही एक रास्ता है अब,
जो जिंदगी को प्यारा है।
मंजर मौत का एक ऐसा आया है,
गुनाह इंसानो का जिसने इंसानो को ही...