मेरा इश्क़
ख़ुद को किया समर्पित तुझ को
मन से साथी माना तुझ को
तुम को खोना ख़ुद को खोना
है दुआ रब से यही साथ हमारा
बना रहे सर्वदा
मेरा इश्क़ सबसे अलग बने
माँगता हूँ दुआ यही
उलझनों में उलझा हूँ
जिंदगी की कश्मकश
में हूँ फँसा
पर तू रहे खुश सर्वदा है
मेरी मन की अभिलाषा
है दुआ...
मन से साथी माना तुझ को
तुम को खोना ख़ुद को खोना
है दुआ रब से यही साथ हमारा
बना रहे सर्वदा
मेरा इश्क़ सबसे अलग बने
माँगता हूँ दुआ यही
उलझनों में उलझा हूँ
जिंदगी की कश्मकश
में हूँ फँसा
पर तू रहे खुश सर्वदा है
मेरी मन की अभिलाषा
है दुआ...