कुछ खामोशी है दिल की।
कुछ खामोशी है दिल की।
कुछ अपनी तन्हाई है।
दिल क्या चाहता है मुझसे।
ये बात लबो पे नहीं आई है।
खुद हू की खुदा से हूं
इस बात की क्या सच्चाई...
कुछ अपनी तन्हाई है।
दिल क्या चाहता है मुझसे।
ये बात लबो पे नहीं आई है।
खुद हू की खुदा से हूं
इस बात की क्या सच्चाई...