ध्यान का सार
एक बार एक संत प्रात: काल ,
नदी तट पर पहुंचा ।देखा
एक लड़का डूब रहा था ,
वह कुछ ना सोच कूदा।
तो बचा लिया बच्चे को,
ईश्वर की कृपा थी।
लेकिन तभी नजर पड़ी ,
संत की तट के सामने ।
एक व्यक्ति बैठा था,
ध्यान की मुद्रा पाने।
संत उनके पास गए
और विनम्र होकर बोले -
"यदि ध्यान नहीं लगा है ,
तो कृपया आंखें खोलें।"
विनम्र निवेदन को सुन ,...
नदी तट पर पहुंचा ।देखा
एक लड़का डूब रहा था ,
वह कुछ ना सोच कूदा।
तो बचा लिया बच्चे को,
ईश्वर की कृपा थी।
लेकिन तभी नजर पड़ी ,
संत की तट के सामने ।
एक व्यक्ति बैठा था,
ध्यान की मुद्रा पाने।
संत उनके पास गए
और विनम्र होकर बोले -
"यदि ध्यान नहीं लगा है ,
तो कृपया आंखें खोलें।"
विनम्र निवेदन को सुन ,...