बारिश...
आज फिर कहीं हुई है बारिश,
फिर इसमें टूटा हुआ आशिक अपने आंसू बहाएगा!
फिर से खिड़की के उस पार किसी की नजरें इसको ताकती होगी,
फिर मन में...
फिर इसमें टूटा हुआ आशिक अपने आंसू बहाएगा!
फिर से खिड़की के उस पार किसी की नजरें इसको ताकती होगी,
फिर मन में...