12 views
दाल रोटी
दाल रोटी
आज खाना उनके घर मे स्वादिष्ट बना था।
हर प्लेट में खाना ज़रूरत से ज़्यादा पड़ा था।
आखिर में एक रोटी और दाल खाई न गयी
सुबह वो खाना देखा तो कचरे में पड़ा था।।
वहीं एक बच्चा भूखा खड़ा था
कैसे उठाये रोटी सोच रहा था
कचरे से बदबू बहुत आ रही थी
लेकिन भूख से तड़प रहा था।।
ये देख दाल ने कहा रोटी से तू ही बोल दे इस बच्चे से
मैं खराब हो गया हूँ, पूरी रात बाहर पड़ा था
तू तो फिर भी इसकी भूख मिटा सकती है
बच्चे ने रोटी लेकर खाई अब थोड़ा मुस्कुरा रहा था।।
खाना अब स्वादिष्ट तो न था
रोटी का दिल भी रो रहा था
बच्चे ने कहा शुक्रिया तेरा आज
तेरा हर निवाला आज मेरा जो था।।
क्या हुआ जो मुझे तेरे संग
स्वादिष्ट दाल नसीब न हुई
मेरी भूख के लिए तेरा साथ काफी था
चेहरे पे मुस्कान थी उसके दिल मे धन्यवाद था।।
©satender_tiwari_brokenwords
आज खाना उनके घर मे स्वादिष्ट बना था।
हर प्लेट में खाना ज़रूरत से ज़्यादा पड़ा था।
आखिर में एक रोटी और दाल खाई न गयी
सुबह वो खाना देखा तो कचरे में पड़ा था।।
वहीं एक बच्चा भूखा खड़ा था
कैसे उठाये रोटी सोच रहा था
कचरे से बदबू बहुत आ रही थी
लेकिन भूख से तड़प रहा था।।
ये देख दाल ने कहा रोटी से तू ही बोल दे इस बच्चे से
मैं खराब हो गया हूँ, पूरी रात बाहर पड़ा था
तू तो फिर भी इसकी भूख मिटा सकती है
बच्चे ने रोटी लेकर खाई अब थोड़ा मुस्कुरा रहा था।।
खाना अब स्वादिष्ट तो न था
रोटी का दिल भी रो रहा था
बच्चे ने कहा शुक्रिया तेरा आज
तेरा हर निवाला आज मेरा जो था।।
क्या हुआ जो मुझे तेरे संग
स्वादिष्ट दाल नसीब न हुई
मेरी भूख के लिए तेरा साथ काफी था
चेहरे पे मुस्कान थी उसके दिल मे धन्यवाद था।।
©satender_tiwari_brokenwords
Related Stories
13 Likes
0
Comments
13 Likes
0
Comments