....और हम पिछे लौट आए
आज सोचा की उनकी खबर की जाए
पर उनकी खबर लेने वाले बहुत है
हमारी जरूरत नहीं
ये सोचकर हम पिछे लौट आए...!
खामोश लबो पर उनका ही नाम था
उनकी लबो पर भी हमारा ही तो नाम था
वो फिलहाल किसी और की मोहोब्बत बन बैठे
और ये सोचकर हम पिछे लौट आए...!
आज दिल ने फिर उनको बड़ी शिद्दत से याद किया
वैसे ये सिलसिला हमारा हर रोज चलता है
पर वो खुश है उनकी दुनिया में
ये सोचकर फिर हम पिछे लौट आए...!...
पर उनकी खबर लेने वाले बहुत है
हमारी जरूरत नहीं
ये सोचकर हम पिछे लौट आए...!
खामोश लबो पर उनका ही नाम था
उनकी लबो पर भी हमारा ही तो नाम था
वो फिलहाल किसी और की मोहोब्बत बन बैठे
और ये सोचकर हम पिछे लौट आए...!
आज दिल ने फिर उनको बड़ी शिद्दत से याद किया
वैसे ये सिलसिला हमारा हर रोज चलता है
पर वो खुश है उनकी दुनिया में
ये सोचकर फिर हम पिछे लौट आए...!...