लफ्जों मैं
लफ्जों मैं कैसे लिख दूं तुम्हे
तुम स्नेहतरू सर्वव्याप्त हो
मन के हर
कोने में
झंकृत मीठा साज हो
आंखे...
तुम स्नेहतरू सर्वव्याप्त हो
मन के हर
कोने में
झंकृत मीठा साज हो
आंखे...