बदनाम तितलियाँ बेजान फूल 🌹
ये तुम किन तितलियां की राह देख रहे हो,
उन तितलियों की जो अनजाने बेगाने फूलों पर बैठ जाती हैँ
जो हर किसी के हाथों मैं अपना अश्क़ दे जाती हैँ,
इस बाग़ मैं तुझसे बदसूरत फूल कोनसा हैँ,
क्यों खुदको धूप से जला रहे हो,
देखो तुम. तो फिर भी मुर्ज़ा रहे हो,
तेरे रंगों से कौन रंगना चाहेगा,
तेरे पास कांटों और दुर्गन्ध के सिवा है क्या खाश,
तेरे पास कुछ खाश नहीं,
चाहते क्या हो इन तितलियों को पाकर अगर तुम अच्छे और खुशबूनुमा फूल भी होते फिर...
उन तितलियों की जो अनजाने बेगाने फूलों पर बैठ जाती हैँ
जो हर किसी के हाथों मैं अपना अश्क़ दे जाती हैँ,
इस बाग़ मैं तुझसे बदसूरत फूल कोनसा हैँ,
क्यों खुदको धूप से जला रहे हो,
देखो तुम. तो फिर भी मुर्ज़ा रहे हो,
तेरे रंगों से कौन रंगना चाहेगा,
तेरे पास कांटों और दुर्गन्ध के सिवा है क्या खाश,
तेरे पास कुछ खाश नहीं,
चाहते क्या हो इन तितलियों को पाकर अगर तुम अच्छे और खुशबूनुमा फूल भी होते फिर...