अपणो को खो दिया..
हमने उन्हे भी खो दिया जिन्हें जा से ज्यादा चाहा था,
पता नही जिद थी या फिर मोहब्बत.
ये सोचा था कि उन्हे हमसे बेहतर कूच चाहिये,
तो हम क्यू पल्ले बंधे रहे..
हम वो जखम है शायद,
जो नासूर बन गया...
पता नही जिद थी या फिर मोहब्बत.
ये सोचा था कि उन्हे हमसे बेहतर कूच चाहिये,
तो हम क्यू पल्ले बंधे रहे..
हम वो जखम है शायद,
जो नासूर बन गया...