हमारी अधूरी कहानी
कभी लगता है दो अलग अलग कितने अधूरे होते हैं, ईश्वर उन्हें एक दूसरे से मिला कर पुरा क्यों नहीं कर देते.. मेरे स्वप्न... मेरी आधा कप चाय... मेरी कविताओं की अंतिम पंक्तियां... यहां तक के मेरे नाम के पीछे का नाम.. और हमारी प्रेम कहानी... सब कुछ अधूरा... जैसे कहानी को पुरा करके अंतिम पृष्ठ बंद किया जाता है पर हमारी प्रेम कहानी का एक हिस्सा तुम्हारे बगैर कभी पूरा नहीं होगा.. मैंने सुना है जो पुरा नहीं वो अंतिम...