...

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my feelings
मैं गंगा की शांति
तू बनारस की तंग गलियों सा

मैं राधा तुम्हारी
तू कृष्ण मथुरा की गलियों का

मैं मुस्कुराहट आसमानों की
तू बादल काली घटा का

मैं दीपक की बाती
तू लौ मस्त मग्न सा

मैं गिरजा की उर्जा
तू तंडाव महाकाल का

मैं रंग
तू मस्ती में डला भंग सा

मैं आंसू
तू हंसी के ठहाकों सा

अंत मैं जीवन सी
तू मृत्यु के बादल सा ।।।