मेरी महबूब का वो दिन...
वो दिन बड़ी खूबसूरत थी जब मोहब्बत दुल्हन के जोड़े में थी,,
उसे देखने के लिए महफिल में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी,,
हर तरफ खुशनुमा माहौल और वो मेरे सामने आके खड़ी थी,,
इतनी हसीन लग रही थी की मानी कोई अफशरा खड़ी थी,,
उसे देख मेरे प्यार का दिल धीरे धीरे थमता ही जा रहा था,,
मन कर रहा था रोक लूं उसको जब फेरों के लिए खड़ी थी,,
बेचैनिया बढ़ती जा रही थी...
उसे देखने के लिए महफिल में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी,,
हर तरफ खुशनुमा माहौल और वो मेरे सामने आके खड़ी थी,,
इतनी हसीन लग रही थी की मानी कोई अफशरा खड़ी थी,,
उसे देख मेरे प्यार का दिल धीरे धीरे थमता ही जा रहा था,,
मन कर रहा था रोक लूं उसको जब फेरों के लिए खड़ी थी,,
बेचैनिया बढ़ती जा रही थी...