आखिर क्यों
जिसकी हर बात लगती थी पत्थर की लकीर
पर उसने मुझे इस मंजर पर छोड़कर ,आखिर क्यों बना दिया फकीर,
भरोसा तोड़ यूं दिल तोड़ दिया हमारा
फिर भी हमें यकीन दिलाते हैं
कि...
पर उसने मुझे इस मंजर पर छोड़कर ,आखिर क्यों बना दिया फकीर,
भरोसा तोड़ यूं दिल तोड़ दिया हमारा
फिर भी हमें यकीन दिलाते हैं
कि...