एक राज़ है
औरत एक राज़ है
जिसे सुलझा पाना
ना-मुमकिन है
इसे जितना सुलझाओगे
उतना ओर इसमे
उलझतें जाओगे
क्योंकि औरत
ख़ुद अनसुलझा सा
एक राज़ है।
© अनिल अरोड़ा "अपूर्व "
जिसे सुलझा पाना
ना-मुमकिन है
इसे जितना सुलझाओगे
उतना ओर इसमे
उलझतें जाओगे
क्योंकि औरत
ख़ुद अनसुलझा सा
एक राज़ है।
© अनिल अरोड़ा "अपूर्व "
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