...

2 views

एक राज़ है
औरत एक राज़ है
जिसे सुलझा पाना
ना-मुमकिन है

इसे जितना सुलझाओगे
उतना ओर इसमे
उलझतें जाओगे

क्योंकि औरत
ख़ुद अनसुलझा सा
एक राज़ है।

© अनिल अरोड़ा "अपूर्व "