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मैं और मेरी कल्पनाएं


मैं कल्पनाएं देखती हूँ, क्यूंकि कल्पनाएं वास्तविक से अधिक सुखद होती है, जहां मैं तुम्हें अपने साथ महसूस करती हूँ, वो मुझे पूर्णता का अनुभव कराती है, उनमें कोई बिरोधी सोच नहीं होती, ना तुम्हें कोई आपत्ति होगी ना ही ,तुमसे मुझे तेरा समय मागने की लालसा, बस अपनी कल्पनाएं के साथ मैं मदहोश, मगन, उल्लास से भरी होती हूँ, मेरी कल्पनाएं के साथ सिर्फ हम होते हैं, वहां न तो तुम होते हो ना ही मैं सिर्फ हम होते है, मेरी कल्पनाएं मुझे हर खुशी से परे एक सुकून, संतुष्टि और पूर्ण होने की अभ्यास कराती है,
महादेव 🙏🙏