तेरी याद।।
यूं तो लिख दिए हैं मैंने
गीत भी कई कई
तेरी याद में कहूं तो
गीत एक भी नहीं, /२
ज्योति तेरे रूप की
नयनों में समाए ना
तेरे रूप का बखान
गीत भी बताए ना,
केश भी घटा से काले
कस्तूरी वो नैन हैं
पलके जो झुका दे तू तो
दिन भि फिर तो रैन हैं,
अधरों का...
गीत भी कई कई
तेरी याद में कहूं तो
गीत एक भी नहीं, /२
ज्योति तेरे रूप की
नयनों में समाए ना
तेरे रूप का बखान
गीत भी बताए ना,
केश भी घटा से काले
कस्तूरी वो नैन हैं
पलके जो झुका दे तू तो
दिन भि फिर तो रैन हैं,
अधरों का...