गृहिणी
मेरा स्वभाव है समर्पण भाव
समर्पित हूं मैं सबके लिए
मेरा जन्म हुआ है तर्पण से
मेरा जीवन है अर्पण के लिए
भोर की धुंध से शुरू होता है मेरा काम
आ जाती हैं फिर शाम कोहरे लिए
मेरी कोशिशों का कोई नाम नहीं
नहीं आता है कोई हाथों में...
समर्पित हूं मैं सबके लिए
मेरा जन्म हुआ है तर्पण से
मेरा जीवन है अर्पण के लिए
भोर की धुंध से शुरू होता है मेरा काम
आ जाती हैं फिर शाम कोहरे लिए
मेरी कोशिशों का कोई नाम नहीं
नहीं आता है कोई हाथों में...