लिखती हूँ ..
ख्वाबों,ख्यालों से निकाल कर तुम्हें,इस दिल में रखती हूँ,तुम्हें ज़र्रा ज़र्रा याद करके किताबों में लिखती हूँ !!
हर किसी से छुपी...
हर किसी से छुपी...