तक़लिफे..
तक़लिफ़े जो होती हैं, वो हमें भुलाने के लिए होती हैं ैंजिंदगी में जब बिछड़ते हैं, तब ये यादें अब रूह में बस जाती हैं।
जब हम मिलते हैं, तो उन तक़लिफ़ों की यादें खो जाती हैं
हमारी आँखों में देखो तो खुशियों की तलाश में वो यादें खो जाती हैं।
तक़लिफ़ों से भरी ये जिंदगी तुम्हारे साथ जी लेना चाहता हूँ
तुम्हारे साथ अपने सारे दर्द भूल जाना चाहता हूँ।
तुम मेरे लिए सब कुछ हो, मेरी जिंदगी का आसमान हो
मेरे लिए तुम सबकुछ हो, मेरी जिंदगी का सहारा हो।
तुमसे मिलने की हर लम्हें में मुझे तुमसे मोहब्बत होती है
तुम्हारे साथ बिताए हर पल में बस ये दुआ होती है।
तक़लिफ़े जो होती हैं, उनसे हमें प्यार होता है
तुम्हारे बिना जीना मुश्किल होता है।
इसीलिए मैं तुमसे कहता हूँ, ज़िंदगी में तुम मेरी दुआ हो
तुम मेरे साथ हो, तो मैं तक़लिफ़ों से दूर हो।
© 𝓚.𝓖𝓪𝓷𝓰𝓪𝓭