समंदर सी दूरियां
क्या कहूं तुझसे
बीच हमारे ये समंदर सी दूरियां
और संग मेरे यादों की मोतिया
रोज एक याद दुहराती हूं
मोती सा समेटती हूं
तुम्हारे कांधे पर सर रखना
तुम्हारा मुझे समेटना
तुम्हारा...
बीच हमारे ये समंदर सी दूरियां
और संग मेरे यादों की मोतिया
रोज एक याद दुहराती हूं
मोती सा समेटती हूं
तुम्हारे कांधे पर सर रखना
तुम्हारा मुझे समेटना
तुम्हारा...