मायूसी का ये समा है फिर 2 देशों ने युद्ध का मैदान चुना है
मायूसी का ये समा है फिर दो देशों ने युद्ध का मैदान चुना है .....….
फिर एक बार हर सैनिक ने अपनी देह को बलिदान किया है.....
अपनी अपनी सीमाओं से जंग का...
फिर एक बार हर सैनिक ने अपनी देह को बलिदान किया है.....
अपनी अपनी सीमाओं से जंग का...