...

8 views

क्या हम,चुप रहें ?
बुरा सुने देखे नही, और बुरा न बोले बोल।
यही चित्र का भाव है,यहीहै जीवन मोल।।
लेकिन है उस दौरका, होता था युद्ध में धर्म।
मर्यादा थी हर ठौर पर,थी हर आंख में शर्म।।
मानव गर होता मनुज, तो थी...